राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (NCTE) ने हाल ही में शिक्षक प्रशिक्षण संस्थानों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए सख्त कदम उठाए हैं। नवभारत टाइम्स के अनुसार, NCTE ने देशभर में 2,224 शिक्षक प्रशिक्षण संस्थानों (जिनमें बीएड कॉलेज शामिल हैं) की मान्यता रद्द कर दी है, और यह प्रक्रिया जारी है, जिसमें 2,700 से 3,000 संस्थानों की मान्यता रद्द हो सकती है। इसके अलावा, पश्चिमी क्षेत्रीय समिति ने सत्र 2025-26 के लिए मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, और छत्तीसगढ़ के 380 बीएड कॉलेजों की मान्यता रद्द की है।
मान्यता रद्द होने का कारण :-
- परफॉर्मेंस अप्रेजल रिपोर्ट (PAR) जमा न करना: कॉलेजों को हर साल अपनी शैक्षणिक और बुनियादी ढांचे की जानकारी के साथ PAR जमा करना अनिवार्य है। कई कॉलेजों ने समय पर यह रिपोर्ट जमा नहीं की।
- शैक्षणिक ढांचे में कमी: अपर्याप्त शिक्षक, बुनियादी सुविधाओं की कमी, और प्रशिक्षण मानकों का उल्लंघन।
- नोटिस की अनदेखी: NCTE द्वारा बार-बार नोटिस और चेतावनी के बावजूद जवाब न देना।
प्रभावित कॉलेजों की सूची :-
NCTE ने अभी तक आधिकारिक वेबसाइट (ncte.gov.in) पर 2,224 कॉलेजों की पूरी सूची अपलोड नहीं की है, लेकिन कुछ समाचार स्रोतों ने मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के प्रभावित कॉलेजों के नाम साझा किए हैं।
मध्यप्रदेश (11 कॉलेज)
- श्री साईनाथ महाविद्यालय, भोपाल
- मध्यप्रदेश भोज (ओपन) विश्वविद्यालय, भोपाल (डिस्टेंस बीएड प्रोग्राम, जो प्रतिवर्ष 1,000 छात्रों को प्रवेश देता था)
- ऋषिकुल ग्रुप ऑफ बीएड कॉलेज, गोविंदपुरी
- फरीदा एजुकेशन सोसाइटी, सत्यदेव नगर
- नीरांचलम शिक्षा महाविद्यालय
- अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय से संबद्ध एक कॉलेज
- ग्वालियर, रीवा, सतना, और सागर के अन्य संस्थान।
छत्तीसगढ़ (4 कॉलेज)
- श्री कृष्णा कॉलेज, जांजगीर-चांपा
- कांति दर्शन महाविद्यालय, राजनांदगांव
- श्रीराम शिक्षा महाविद्यालय, राजनांदगांव
- श्री शिरडी साईं शिक्षण संस्थान, अंबिकापुर
नोट: पूर्ण सूची के लिए NCTE की आधिकारिक वेबसाइट (ncte.gov.in) पर जाकर नवीनतम अपडेट्स की जांच करें। X पर पोस्ट के अनुसार, 12 जून, 2025 तक 2,224 कॉलेजों की सूची अपलोड होने की संभावना है।